Translate

Translate

शुक्रवार, 31 दिसंबर 2010

नये साल में,




नये साल में,
तुम सुर्ख गुलाबों सी ,
खिलखिलाओं ,
और मैं मंद पवन सा,
धीरे- धीरे तुममे बहता रहूं।
तुम भीनी सुगंध लिए महको,
और मैं बांजूएं फैलाएं
उसेमहसूसता रहूं,।

तुम अंखियों के पैमानों से
जामछलकाओं
और मैं होठों से उसे पी-पी
मदहोष होता रहूं।
तुम लाख मुझसे दूर जाना चाहो,
मैेें बार- बार ,

हर बार तुम्हारे पास आतुम्हें .....

.बस तुम्हें जीता रहूं।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें